Posts

Showing posts from March, 2024

दिल्ली महिला सम्मान योजना 2024

  दिल्ली महिला सम्मान योजना ऑनलाइन आवेदन तिथियों की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।  जो आवेदक अपने बैंक खाते में 1000 रुपये चाहते हैं, उन्हें दिल्ली महिला सम्मान योजना में नामांकन कराना अनिवार्य है।  सरकार द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक जनरेट होने के बाद इच्छुक आवेदक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। दिल्ली महिला सम्मान योजना के सभी आगामी अपडेट के लिए अधिसूचना प्राप्त करने के लिए।  आवेदकों को हमारे साथ संपर्क में रहने की आवश्यकता है, आवेदक दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से घोषित सभी आवश्यक जानकारी पढ़ सकते हैं। दिल्ली महिला सम्मान योजना पात्रता 2024 केवल दिल्ली की 18 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं ही इस योजना के लिए पात्र हैं। आवेदकों के पास राजधानी दिल्ली की नागरिकता होनी चाहिए। आवेदकों के पास सभी आवश्यक दस्तावेज सही ढंग से होने चाहिए। व्यक्ति को गरीब और बीपीएल समुदाय से होना चाहिए। आवेदक की पारिवारिक आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा के भीतर होनी चाहिए। दिल्ली महिला सम्मान योजना लाभ 2024 दिल्ली की महिलाओं को मासिक 1000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त ह

कौन था कर्ण? महाभारत में सूर्य पुत्र कहलाने वाले इस योद्धा के पूर्वजन्म से जुड़ी है कवच-कुंडल की कहानी

  भोर का समय है. आकाश बिल्कुल साफ है और नदी का जल शीतल. पंछी अपने घोंसलों से निकलकर विहार को निकल चुके हैं. उधर पूर्व दिशा के आकाश में कुछ लालिमा सी उभर रही है और धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है. ऐसा लग रहा है कि जैसे अपने सात घोड़ों के रथ पर सवार सूर्यदेव तेजी से इस ओर बढ़ते आ रहे हैं. प्रकृति के इस सौंदर्य के बीच एक और ध्वनि गूंज रही है. ध्यान से सुनने पर लगता है कि यह गायत्री मंत्र है कर्ण के साथ नियति ने किया क्रूर मजाक पर इतनी सुबह,गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य देता यह युवक कौन है? यह कोई और नहीं कर्ण है. महाभारत में जिसे महादानी, महान धनुर्धर और महावीर होने का गौरव प्राप्त है. उसे महारथी और रश्मिरथी कर्ण कहा गया है. कर्ण महाभारत का एक ऐसा पात्र है, जिसके साथ नियति, जन्म से ही क्रूर मजाक शुरू कर देती है. पैदा होते ही मां से बिछड़ना पड़ा. प्रखर-मेधावी होते हुए भी शिक्षा से वंचित होना पड़ा. किसी तरह कौशल का प्रशिक्षण मिला भी तो वह भी श्राप के साथ, सूतपुत्र कहा गया. प्रेम में भी छल, विवाह में भी छल, रणकौशल में भी छल और जब अपने जीवन का सबसे जरूरी युद्ध लड़ने खड़ा हुआ त